हम ने तुम्हारे बाद न रक्खी किसी से आस By Sher << हज़ारों पैकर-ए-उम्मीद नज़... ख़िज़्र से कह दो कि आ कर ... >> हम ने तुम्हारे बाद न रक्खी किसी से आस इक तजरबा बहुत था बड़े काम आ गया Share on: