हमें ख़बर है कोई हम-सफ़र न था फिर भी By Sher << हवा में ख़ुशबुएँ मेरी पहच... गुज़रते वक़्त ने क्या क्य... >> हमें ख़बर है कोई हम-सफ़र न था फिर भी यक़ीं की मंज़िलें तय कीं गुमाँ के होते हुए Share on: