हँसे भी रोए भी लेकिन न समझे By Sher << कुछ इज़्तिराब-ए-इश्क़ का ... अभी तक फ़स्ल-ए-गुल में इक... >> हँसे भी रोए भी लेकिन न समझे ख़ुशी क्या चीज़ है दुनिया में ग़म क्या Share on: