हर साँस नई साँस है हर दिन है मिरा दिन By Sher << ऐ 'नूह' खुल चले थ... तेरी तो 'बिल्क़ीस'... >> हर साँस नई साँस है हर दिन है मिरा दिन तक़दीर लिए आती है हर रोज़ नया दिन Share on: