मैं 'हसरत' मुज्तहिद हूँ बुत-परस्ती की तरीक़त का By Sher << माख़ूज़ होगे शैख़-ए-रिया-... मय-कशी में रखते हैं हम मश... >> मैं 'हसरत' मुज्तहिद हूँ बुत-परस्ती की तरीक़त का न पूछो मुझ को कैसा कुफ़्र है इस्लाम क्या होगा Share on: