हम लबों से कह न पाए उन से हाल-ए-दिल कभी By Sher << गर्मी में तेरे कूचा-नशीनो... 'सैफ़' पी कर भी त... >> हम लबों से कह न पाए उन से हाल-ए-दिल कभी और वो समझे नहीं ये ख़ामुशी क्या चीज़ है Share on: