हुसैन आज भी क़ाएम है अपनी सूरत पर By Sher << जल रहा है जो लब-ए-बाम अभी... हमारा जिस्म तो फिर जिस्म ... >> हुसैन आज भी क़ाएम है अपनी सूरत पर यज़ीद चेहरे बदलता है हर ज़माने में Share on: