ज़हर मीठा हो तो पीने में मज़ा आता है By Sher << उल्फ़त में तिरी ऐ बुत-ए-ब... किताब-ए-दर्स-ए-मजनूँ मुसह... >> ज़हर मीठा हो तो पीने में मज़ा आता है बात सच कहिए मगर यूँ कि हक़ीक़त न लगे Share on: