क़लंदरी मिरी पूछो हो दोस्तान-ए-जुनूँ By Sher << वो जिन की हिजरतों के आज भ... उस की ख़मोशियों में निहाँ... >> क़लंदरी मिरी पूछो हो दोस्तान-ए-जुनूँ हर आस्ताँ मिरी ठोकर से जाना जाता है Share on: