कमरे में फैलता रहा सिगरेट का धुआँ By Sher << कितने अच्छे लोग थे क्या र... तुम पे इल्ज़ाम न आ जाए सफ... >> कमरे में फैलता रहा सिगरेट का धुआँ मैं बंद खिड़कियों की तरफ़ देखता रहा Share on: