कौन जाने कि नए साल में तू किस को पढ़े By Sher << मैं अपने ख़्वाब से कट कर ... की है उस्ताद-ए-अज़ल ने ये... >> कौन जाने कि नए साल में तू किस को पढ़े तेरा मे'यार बदलता है निसाबों की तरह Share on: