ख़ुदा-हाफ़िज़ है अब ऐ ज़ाहिदो इस्लाम-ए-आशिक़ का By Sher << खुलने से एक जिस्म के सौ ऐ... ख़त में लिक्खी है हक़ीक़त... >> ख़ुदा-हाफ़िज़ है अब ऐ ज़ाहिदो इस्लाम-ए-आशिक़ का बुतान-ए-दहर ग़ालिब आ गए हैं का'बा-ओ-दिल पर Share on: