किस क़दर यादें उभर आई हैं तेरे नाम से By Sher << न जाने क्या लिखा था उस ने... रास आए तुम को मुल्क-ए-इश्... >> किस क़दर यादें उभर आई हैं तेरे नाम से एक पत्थर फेंकने से पड़ गए कितने भँवर Share on: