क्या मिरे हाल पे सच-मुच उन्हें ग़म था क़ासिद By Sher << उठा दिया तो है लंगर हवा क... किस ज़ुल्फ़-ए-सियह-फ़ाम क... >> क्या मिरे हाल पे सच-मुच उन्हें ग़म था क़ासिद तू ने देखा था सितारा सर-ए-मिज़्गाँ कोई Share on: