मैं आसमान-ए-मोहब्बत से रुख़्सत-ए-शब हूँ By Sher << मुझ से बहुत क़रीब है तू फ... न इतना ज़ुल्म कर ऐ चाँदनी... >> मैं आसमान-ए-मोहब्बत से रुख़्सत-ए-शब हूँ तिरा ख़याल कोई डूबता सितारा है Share on: