मैं बिस्तर-ए-ख़याल पे लेटा हूँ उस के पास By Sher << तिरा ख़याल भी तेरी तरह सि... 'ग़ालिब' अपना ये ... >> मैं बिस्तर-ए-ख़याल पे लेटा हूँ उस के पास सुब्ह-ए-अज़ल से कोई तक़ाज़ा किए बग़ैर Share on: