मैं नहीं हूँ नग़्मा-ए-जाँ-फ़ज़ा मुझे सुन के कोई करेगा क्या By Sher << शहर-वालों की मोहब्बत का म... मौसम-ए-बारान-ए-फ़ुर्क़त म... >> मैं नहीं हूँ नग़्मा-ए-जाँ-फ़ज़ा मुझे सुन के कोई करेगा क्या मैं बड़े बिरोग की हूँ सदा मैं बड़े दुखी की पुकार हूँ Share on: