नैरंग-ए-इश्क़ आज तो हो जाए कुछ मदद By Sher << फूलों की ताज़गी ही नहीं द... कुछ रब्त-ए-ख़ास अस्ल का ज... >> नैरंग-ए-इश्क़ आज तो हो जाए कुछ मदद पुर-फ़न को हम करें मुतहय्यर किसी तरह Share on: