पैग़ाम-ए-लुत्फ़-ए-ख़ास सुनाना बसंत का By बसंत, Sher << जोबन पर इन दिनों है बहार-... इक जैसे हैं दुख सुख सब के... >> पैग़ाम-ए-लुत्फ़-ए-ख़ास सुनाना बसंत का दरिया-ए-फ़ैज़-ए-आम बहाना बसंत का Share on: