रौशनी उन दिनों की बात है जब By Sher << नहीं है फ़ुर्सत यहीं के झ... छेड़ कर जैसे गुज़र जाती ह... >> रौशनी उन दिनों की बात है जब दे रहा था कोई दिखाई हमें Share on: