शोहरत की फ़ज़ाओं में इतना न उड़ो 'साग़र' By Sher << सब्ज़ा-ज़ारों की शराफ़त स... ख़त्म हो जाते जो हुस्न ओ ... >> शोहरत की फ़ज़ाओं में इतना न उड़ो 'साग़र' परवाज़ न खो जाए इन ऊँची उड़ानों में Share on: