सख़्ती-ए-राह खींचिए मंज़िल के शौक़ में By Sher << शब-ए-वस्ल थी चाँदनी का सम... क़ामत तिरी दलील क़यामत की... >> सख़्ती-ए-राह खींचिए मंज़िल के शौक़ में आराम की तलाश में ईज़ा उठाइए Share on: