शाम को सुब्ह से ताबीर करो तुम लेकिन By Sher << आ के पत्थर तो मिरे सेहन म... मैं ख़ुद में गूँजता हूँ ब... >> शाम को सुब्ह से ताबीर करो तुम लेकिन आँख वाले तो सहर ही को सहर जानते हैं Share on: