इस फ़ैसले पे लुट गई दुनिया-ए-ए'तिबार By Sher << जब मस्लहत-ए-वक़्त से गर्द... हुस्न-ए-इख़्लास ही नहीं व... >> इस फ़ैसले पे लुट गई दुनिया-ए-ए'तिबार साबित हुआ गुनाह गुनहगार के बग़ैर Share on: