शुस्ता ज़बाँ शगुफ़्ता बयाँ होंठ गुल-फ़िशाँ By Sher << तभी वहीं मुझे उस की हँसी ... सर सलामत लिए लौट आए गली स... >> शुस्ता ज़बाँ शगुफ़्ता बयाँ होंठ गुल-फ़िशाँ सारी हैं तुझ में ख़ूबियाँ उर्दू ज़बान की Share on: