सुबू-ए-फ़लसफ़ा-ए-इश्क़-ओ-कहकशान-ए-हयात By Sher << आँखें दिखलाते हो जोबन तो ... ऐ 'रसा' जैसा है ब... >> सुबू-ए-फ़लसफ़ा-ए-इश्क़-ओ-कहकशान-ए-हयात शुआ-ए-क़हर-ए-तबस्सुम, चराग़-ए-दीदा-ए-नम Share on: