ये भी मुमकिन है कि इस कार-गह-ए-दिल में 'ज़फ़र' By Sher << जो आशिक़ हो उसे सहरा में ... किया मुझ इश्क़ ने ज़ालिम ... >> ये भी मुमकिन है कि इस कार-गह-ए-दिल में 'ज़फ़र' काम कोई करे और नाम किसी का लग जाए Share on: