बड़ी ही अजीब कशमकश है ज़िन्दगी की Admin ज़िन्दगी शायरी हिन्दी, दर्द << परखते रहे वो हमें सारी जि... मुर्ख बन मैं सबको हसाता र... >> बड़ी ही अजीब कशमकश है ज़िन्दगी की,ये कैसी दहशत है उस अजनबी की !जो कल बस एक मुलाज़िम हुआ करता था,आज लगा रहा है बोलियाँ मेरी खुशियों की ! Share on: