दिल के सागर मे लहरे उठाया ना करो Admin सागर पर शायरी, दर्द << कश्ती के मुसाफिर ने समँदर... "मेरे बस में हो तो लहरों ... >> दिल के सागर मे लहरेउठाया ना करो,ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,तुम ख्वाबो में आ कर यूतडपाया ना करो….:d:d... Share on: