इन तुजुर्बो ने ये सिखाया है ठोकरे खा के इल्म आया है क्या हुआ आज कुछ तो Admin आसमां पर शायरी, दर्द << चाहत का नकाब ओढ़कर आये का... ये हुनर आते आते आया है अब... >> इन तुजुर्बो ने ये सिखाया हैठोकरे खा के इल्म आया हैक्या हुआ आज कुछ तो बतलाओक्यों ये आंसू पलक तक आया है!दुश्मनों ने तो कुछ लिहाज़ कियादोस्तों ने बहुत सताया है!आसमां, ज़िंदगी, जहाँ, हालातहम को हर एक ने आज़माया है! Share on: