कैसे मुमकिन था किसी और दवा से इलाज़ हास्य << चली जाती है आये दिन वो बि... आंसू टपक पड़े बेरोजगार के... >> कैसे मुमकिन था किसी और दवा से इलाज़?अय ग़ालिब।इश्क का रोग था. . ."माँ की चप्पल से ही आराम आया।" Share on: