सभी हिंदी शायरी

टलने का यूँ फ़क़ीर नहीं है ये 'इश्क़ है

टलने का यूँ फ़क़ीर नहीं है ये 'इश्क़ है ...

nomaan-shauque

सियाही में तो साया डूबता है

सियाही में तो साया डूबता है ...

nomaan-shauque

सियाही में नहा कर सुर्ख़-रू हैं

सियाही में नहा कर सुर्ख़-रू हैं ...

nomaan-shauque

शाह-ए-ज़माँ ने भेज दिया रेशमी लिबास

शाह-ए-ज़माँ ने भेज दिया रेशमी लिबास ...

nomaan-shauque

सारे ख़ुश-फ़हम पए-वस्ल जिए जाते हैं

सारे ख़ुश-फ़हम पए-वस्ल जिए जाते हैं ...

nomaan-shauque

सारे चक़माक़-बदन आए था तय्यारी से

सारे चक़माक़-बदन आए था तय्यारी से ...

nomaan-shauque

सानी नहीं था उस का कोई बाँकपन में रात

सानी नहीं था उस का कोई बाँकपन में रात ...

nomaan-shauque

सहमे गुंबद और कबूतर रात भर

सहमे गुंबद और कबूतर रात भर ...

nomaan-shauque

सब फूल उठा लाए थे जिस दाम में आए

सब फूल उठा लाए थे जिस दाम में आए ...

nomaan-shauque

रास्ते भर यही सोचते आए हैं

रास्ते भर यही सोचते आए हैं ...

nomaan-shauque

क़रीब आने लगे हैं दूर के दिन

क़रीब आने लगे हैं दूर के दिन ...

nomaan-shauque

क़रीब आ कि इरादे लहू के देखते हैं

क़रीब आ कि इरादे लहू के देखते हैं ...

nomaan-shauque

पूछता है मुझ से क्या हो जाऊँ मैं

पूछता है मुझ से क्या हो जाऊँ मैं ...

nomaan-shauque

पता सब है सताइश और होगी

पता सब है सताइश और होगी ...

nomaan-shauque

नाम से उस के पुकारूँ ख़ुद को

नाम से उस के पुकारूँ ख़ुद को ...

nomaan-shauque

नहीं कि तब कोई काग़ज़ क़लम न होता था

नहीं कि तब कोई काग़ज़ क़लम न होता था ...

nomaan-shauque

न सुर न ताल न ये साज़ से ही रौशन हैं

न सुर न ताल न ये साज़ से ही रौशन हैं ...

nomaan-shauque

मुद्दत पे मिली टूट के बरसात हमारी

मुद्दत पे मिली टूट के बरसात हमारी ...

nomaan-shauque

मंसब से मोहब्बत की सुबुक-दोश हुआ मैं

मंसब से मोहब्बत की सुबुक-दोश हुआ मैं ...

nomaan-shauque

मा'बदों की भीड़ में बुझते ये इंसानी चराग़

मा'बदों की भीड़ में बुझते ये इंसानी चराग़ ...

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