आगही इल्म-ओ-बसीरत में निखर जाने का नाम रौशनी राह-ए-वफ़ा में ख़ुद बिखर जाने का नाम आदमी इख़्लास के गेसू सँवर जाने का नाम दोस्ती जज़्बात के सीने में भर जाने का नाम तिश्नगी मंज़िल से पहले ही ठहर जाने का नाम शायरी जज़्बात के सीने में भर जाने का नाम ख़ुद-सरी नज़रों से औरों के उतर जाने का नाम बुज़दिली साए से अपने आप डर जाने का नाम बंदगी हर आरज़ू क़ुर्बान कर जाने का नाम ज़िंदगी इश्क़-ओ-मोहब्बत ही में मर जाने का नाम