आई ईद व दिल में नहीं कुछ हवा-ए-ईद By Eid, Ghazal << कोई मुफ़्लिस हो कि धनवान ... हो कैसे न हम दोनों का अंद... >> आई ईद व दिल में नहीं कुछ हवा-ए-ईद ऐ काश मेरे पास तू आता बजाए ईद क़ुर्बान सौ तरह से किया तुझ पर आप को तू भी कभू तो जान न आया बजाए ईद जितने हैं जामा-ज़ेब जहाँ में सभों के बीच सजती है तेरे बर में सरापा क़बा-ए-ईद Share on: