आप से राब्ता नहीं मिरे दोस्त साँस का सिलसिला नहीं मिरे दोस्त अपनी मर्ज़ी की खींच लो तस्वीर ज़िंदगी कैमरा नहीं मिरे दोस्त दोस्त तो और भी हज़ारों हैं कोई भी आप सा नहीं मिरे दोस्त तू ने दुश्मन समझ लिया मुझ को मैं ने कुछ भी कहा नहीं मिरे दोस्त बारहा तेरा मुझ से मिल जाना ये कोई हादिसा नहीं मिरे दोस्त मैं उसे भूल जाऊँ पागल हो मुफ़्त का मशवरा नहीं मिरे दोस्त तू बहुत दूर है मगर फिर भी ये कोई फ़ासला नहीं मिरे दोस्त मैं तिरी काल काट दूँ 'अब्दुल' मुझ में ये हौसला नहीं मिरे दोस्त