अब शहर में अक़दार-कुशी एक हुनर है फ़न जुर्म है मेआ'र-कुशी एक हुनर है दुश्मन से तो क्या हक़-ए-अदावत का गिला जब यारों के लिए यार-कुशी एक हुनर है क्या क्या है नदामत उन्हें अब अपनी रविश पर कहते थे जो किरदार-कुशी एक हुनर है जिस दौर में हो लफ़्ज़ की हुरमत की तिजारत उस दौर में अफ़्कार-कुशी एक हुनर है ख़ातिर से जो करना पड़ी कज-फ़हम की ताईद लगता था कि इंकार-कुशी एक हुनर है हैरत है कि वो फ़न के परस्तार हैं 'अंजुम' जिन के लिए फ़नकार-कुशी एक हुनर है