अगर इस शहर की आब ओ हवा तब्दील हो जाए तो फिर सब कुछ ब-जुज़ नाम-ए-ख़ुदा तब्दील हो जाए मिरे होने ने दुनिया में सभी कुछ तो बदल डाला मुझे तू ही बता अब और क्या तब्दील हो जाए मुझे इस की ख़बर तक भी न होने पाए और इक दिन सफ़र के दरमियाँ यूँ रास्ता तब्दील हो जाए अजब ख़्वाहिश है सर से आसमाँ का साया उठ जाए ज़मीं आब-ए-रवाँ में ज़ेर-ए-पा तब्दील हो जाए तिलिस्म-ए-ख़्वाब से आँखें अगर आज़ाद हो जाएँ तो ज़िंदा रहने का सारा मज़ा तब्दील हो जाए