बात ऐसी सुना गया कोई हँसते हँसते रुला गया कोई जैसे दुनिया ही लुट गई अपनी दिल के मस्कन से क्या गया कोई आँखों आँखों में कुछ ख़मोशी में हाल दिल का सुना गया कोई क्या ही सस्ता खिलौना था ये दिल खेला तोड़ा चला गया कोई सारे नज़्ज़ारे हो गए ओझल यूँ नज़र में समा गया कोई मेरे शे'रों की तर्जुमानी सी इक हिकायत सुना गया कोई सब यहाँ से गए मगर 'तनवीर' हैं कहाँ ये बता गया कोई