बे-ख़ुद-ओ-हुशियार की बातें करें सरमद-ए-सरशार की बातें करें सुंबुलिस्ताँ है नज़र के सामने हुस्न-ए-ज़ुल्फ़-ए-यार की बातें करें लाला-ओ-गुल के है जोबन पर निखार अब लब-ओ-रुख़्सार की बातें करें है जहाँ में आमद-ए-फ़स्ल-ए-बहार अब गुल-ओ-गुलज़ार की बातें करें दर्द-ए-दिल से 'जौहर' आँखें ज़र्द हैं नर्गिस-ए-बीमार की बातें करें