दिल-ए-वहशत-शिआ'र की बातें अब से अंजाम-ए-कार की बातें वो खुली चाँदनी वो सर्द हवा वो मोहब्बत वो प्यार की बातें मेरी जानिब निगाह-ए-लुत्फ़-असर जज़्ब-ए-कम-ए'तिबार की बातें कितनी मासूम किस क़दर मासूम हुस्न-ए-बेगाना-वार की बातें बे-क़रारी ही वज्ह-ए-तस्कीन हो एक बे-इख़्तियार की बातें हर तबाही को मर्हबा कहिए ज़ब्त-ए-ना-ख़ुश-गवार की बातें ऐ 'सहर' पस्ती-ए-तख़य्युल है ज़ुल्फ़-ओ-गेसू-ए-यार की बातें