दिल में उस बुत के प्यार किस का है बेवफ़ा है वो यार किस का है हम जताते हैं ए'तिमाद अपना पर उसे ए'तिबार किस का है सच बताओ मुझे तुम ऐ आँखो आज ये इंतिज़ार किस का है मुझ को कहते हो बद-मिज़ाज है तू रूठ जाना शिआ'र किस का है रश्क आता है मुझ को लाला पर ये दिल-ए-दाग़-दार किस का है भूल बैठे हो कुछ पहन के इसे सच बताओ ये हार किस का है तू ही कह अंदलीब दाग़ों से सीना बाग़-ओ-बहार किस का है देख तू आ के ऐ शिकार-अंदाज़ तीर ये दिल के पार किस का है मर गया कौन तेरे कूचे में याँ ये ताज़ा मज़ार किस का है 'नामी' जाती है हर क़दम पर जान आह ये रहगुज़ार किस का है