दोस्ती क्या है दुश्मनी क्या है जो न समझे वो आदमी क्या है आप पूछें तो कोई बात बने वर्ना वक़अत ही बात की क्या है मुस्कुरा कर गुलों ने देख लिया दो घड़ी की शगुफ़्तगी क्या है एक मुद्दत से ग़म-शनासा हूँ मैं नहीं जानता ख़ुशी क्या है साए जल्वे हैं हुस्न-ए-जानाँ के चाँद तारे ये रौशनी क्या है जुर्म-ए-ना-कर्दा की सज़ा के लिए दोस्तों की यहाँ कमी क्या है सेह्र-कारी है लफ़्ज़-ओ-मा'नी की वर्ना 'आज़ाद' शायरी क्या है