दूर दुनिया से तीरगी होगी दिल जलेगा तो रौशनी होगी कश्मकश वो भी कश्मकश पैहम और क्या शरह-ए-ज़िंदगी होगी ख़ून-ए-दिल है कि पी रहे हैं हम अब न होंटों पे तिश्नगी होगी बारहा तुम ने दिल की धड़कन में मेरी आवाज़ भी सुनी होगी काम आ जाए गर मोहब्बत में ज़िंदगी 'फ़ैज़' ज़िंदगी होगी