दुश्मन के रास्तों का भी पत्थर हटाएँगे हम चलते फिरते राह में नेकी कमाएँगे दुश्वार हो गया है खिलौने ख़रीदना अब कैसे बच्चे गुड़िया की शादी रचाएँगे पापा खिलौने बेच के आटा ख़रीद लो भूके हैं घर के लोग ये किस काम आएँगे दिन दोस्तों में काट भी लेंगे तो रात को तन्हाइयों में आप बहुत याद आएँगे