फ़रेब दे के नज़ारों ने साथ छोड़ दिया मिरे जुनूँ का बहारों ने साथ छोड़ दिया तुम्हीं को अब दिल-ए-मुज़्तर की लाज रखना है चले भी आओ सितारों ने साथ छोड़ दिया नसीब वालों को दुनिया में कौन पूछेगा अगर नसीब के मारों ने साथ छोड़ दिया कहीं तो मैं ने सहारों पे मार दी ठोकर कहीं पे मेरा सहारों ने साथ छोड़ दिया गिला नहीं है तलातुम की बद-सुलूकी का मिरा हमेशा किनारों ने साथ छोड़ दिया अभी तो गर्दिश-ए-दौराँ भी दूर थी मुझ से ज़रा सी बात पे यारों ने साथ छोड़ दिया तुम्हारे दम से था वाबस्ता-ए-चमन 'अंजुम' तुम्हारे बाद बहारों ने साथ छोड़ दिया