फ़ितरतन लाज़िम है हम पर पहले पानी ढूँढना प्यास बुझ जाए तो फिर तिश्ना-दहानी ढूँढना एक-तरफ़ा 'इश्क़ क्या है क्या है ज़ौक़-ए-शा’इरी दूसरे के लफ़्ज़ों में अपने म'आनी ढूँढना कोशिशें करते रहो लेकिन ये मुमकिन तो नहीं साथ चलना सब के और अपनी रवानी ढूँढना चैन से रहता हूँ तो बेचैन हो उठता है दिल किस ने सिखलाया है दिल को सख़्त-जानी ढूँढना रात-दिन बस देखते रहना किसी तस्वीर को रात-दिन ख़ामोशियों की तर्जुमानी ढूँढना ख़ुद-ग़रज़ कैसे नहीं हूँ आप ही फ़रमाइए सब का क़िस्सा सुनना और अपनी कहानी ढूँढना ये जुनूँ है या हिमाक़त कौन बतलाए 'अमित' क़ैद हो जाना मकाँ में ला-मकानी ढूँढना