गुलशन गुलशन फूल By Ghazal << ख़फ़ा उस से क्यूँ तू मिरी... ज़ुल्फ़-ए-जानाँ पे तबीअत ... >> गुलशन गुलशन फूल दामन दामन धूल मरने पर ताज़ीर जीने पर महसूल हर जज़्बा मस्लूब हर ख़्वाहिश मक़्तूल इश्क़ परेशाँ-हाल नाज़-ए-हुस्न मलूल ना'रा-ए-हक़ मा'तूब मक्र-ओ-रिया मक़्बूल संवरा नहीं जहाँ आए कई रसूल Share on: