गुमाँ मुझ को था इंसाँ हो गया हूँ ख़बर क्या थी मैं शैताँ हो गया हूँ हवा कुछ इस तरह की चल रही है बहुत अंदर से वीराँ हो गया हूँ अचानक दोस्त हिन्दू हो गए हैं अचानक मैं मुसलमाँ हो गया हूँ जिसे देखो वही समझा रहा है बड़ी मुश्किल है आसाँ हो गया हूँ सफ़र से लौट कर आया तो पाया मैं अपने घर में मेहमाँ हो गया हूँ कोई हैरत भी अब होती नहीं है 'मुनव्वर' इतना हैराँ हो गया हूँ