हम तुम्हें कह देंगे क्या है ज़िंदगी ख़ूबसूरत हादसा है ज़िंदगी काएनात-ए-रंग-ओ-बू में हर तरफ़ देखिए जल्वा-नुमा है ज़िंदगी दर्द तो है इक कलीसे की तरह और दिलकश राहिबा है ज़िंदगी कुछ मसर्रत कुछ ग़मों की छाँव में तजरबा-दर-तजरबा है ज़िंदगी हम तसव्वुर के बयाबानों में हैं ख़ुशनुमा इक दायरा है ज़िंदगी यास-ओ-हसरत की सुलगती बज़्म में आज भी नग़्मा-सरा है ज़िंदगी गीत है 'जामी' तुम्हारी शायरी गीत की तर्ज़-ए-अदा है ज़िंदगी