हर-गाम तसव्वुर था तुम्हारा मिरे आगे मंज़िल का बहुत साफ़ था रस्ता मिरे आगे इक हेच हक़ीक़त है ये दुनिया मिरे आगे क़तरा ये रहा सूरत-ए-दरिया मिरे आगे क्या चीज़ है दुनिया का भरोसा मिरे आगे जब तेरा सहारा है सहारा मिरे आगे अंदाज़ा मिरे ग़म का लगाएगा कोई क्या है मेरी तमन्ना का जनाज़ा मिरे आगे एहसास-ए-वजूद-ए-ग़म-ए-दिल को न मिटाओ है बाइ'स-ए-तस्कीं ये तमाशा मिरे आगे दिल रह ही गया टूट के इक ज़र्ब-ए-नज़र से कमज़ोर था कैसा ये खिलौना मिरे आगे लो हैबत-ए-तारीकी-ए-शब तोड़ चली दम आता है नज़र दूर उजाला मिरे आगे इक उम्र के अफ़्साने तुम्हें कैसे सुनाऊँ मालूम नहीं वक़्त है कितना मिरे आगे धड़कन मिरे दिल की बढ़ी जाती है सरापा फिर इश्क़ का शायद हुआ सौदा मिरे आगे मुमकिन ही नहीं है ये 'कलीम' उन को भुला दूँ जब है मिरे ईमाँ का तक़ाज़ा मिरे आगे